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IAS Prelims 2005 - राष्ट्रीय आंदोलन एवं स्वतंत्रता संघर्ष | National Movement History quiz

 

नमस्कार दोस्तों , इस पोस्ट में UPSC (Prelims) IAS – 2005 – राष्ट्रीय आंदोलन एवं  स्वतंत्रता संघर्ष से आये हुए प्रश्नों को व्याख्या सहित हल किया गया है | प्रश्नों का व्याख्या मानक पुस्तकों से लिया गया है |

छात्रों से अनुरोध है कि वो व्याख्या को भी पढ़ें क्योंकि ये परीक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं |

जो Students Civil services, Railway, UPSC, SSC, Banking, State PSC, CDS, NDA, SSC CGL, SSC CHSL, Patwari, Samvida, Police, SI, CTET, TET, Army, MAT, CLAT, NIFT, IBPS PO, IBPS Clerk, CET, Vyapam , Lekhpal , VDO  etc.   तथा अन्य प्रतियोगी  परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनके  लिए   “ IAS Pre 2005 - राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष  “ के History Quiz   रामबाण साबित होगी  |

Written by : Arvind Kushwaha

 

UPSC (Prelims) IAS – 2005 - Solved Questions With Explanations

राष्ट्रीय स्वतंत्रता संघर्ष | National Movement and Freedom Struggle ( व्याख्यात्मक हल प्रश्न पत्र )

 

 

प्रश्न 1 - निम्नलिखित में से सर्वप्रथम किसने बंगाल में ब्रिटेन की वस्तुओं के बहिष्कार का सुझाव दिया ?

( a ) अरविन्द घोष का पत्र ' वन्दे मातरम् '

( b ) कृष्णकुमार मित्र की साप्ताहिक पत्रिका ' संजीवनी '

( c ) मोतीलाल घोष की ' अमृत बाजार पत्रिका '

( d ) सतीश चन्द्र मुखर्जी की ' डॉन पत्रिका '

 

उत्तर - ( b )

व्याख्या

* सर्वप्रथम बंगाल में ब्रिटेन की वस्तुओं के बहिष्कार का सुझाव कृष्णकुमार मित्र की साप्ताहिक पत्रिका संजीवनी ने दिया था । कृष्णकुमार मित्र की पत्रिका संजीवनी ' ब्रह्मसमाजी ' पत्रिका थी ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

 

प्रश्न 2 - निम्नलिखित युग्मों में से कौन - सा एक सही सुमेलित नहीं है ?

( a ) सिराजुद्दीन अहमद   -   जमींदार

( b ) लालचन्द               -  राजनीति से स्वः त्याग

( c ) तेज बहादुर सप्रू     -    ट्रिब्यून

( d ) अबुल कलाम आजाद  -  अल हिलाल

 

उत्तर- ( c )

व्याख्या

* पंजाब में दयाल सिंह मजीठिया तथा हरकिशन लाल ' ट्रिब्यून ' नामक समाचार पत्र निकालते थे |

* मौलाना अबुल कलाम आजाद के पत्रों के नाम ' अलहिलाल ' ' अल बिलाल ' तथा ' जमींदार ' नामक पत्र सिराजुद्दीन अहमद का पत्र था ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

 

प्रश्न 3 - कथन ( A ) : स्वदेशी आन्दोलन के उत्कर्ष काल में बंगाल में साम्प्रदायिक दंगे फूट निकले ।

कारण ( R ) : ढाका के नवाब सलीमुल्ला के नेतृत्व में बंगाल के मुसलमान , कृषक हिन्दू जमींदारों के विरुद्ध विद्रोहरत हुए थे ।

कूट :

( a )  ( A ) और ( R ) दोनों सही हैं और ( R ) , ( A ) का सही स्पष्टीकरण

( b )  ( A ) और ( R ) दोनों सही है , परन्तु ( R ) , ( A ) का सही स्पष्टीकरण नहीं है

( c )  ( A ) सही है , परन्तु ( R ) गलत है

( d )  ( A ) गलत है , परन्तु ( R ) सही है

 

उत्तर- ( a )

व्याख्या

* स्वदेशी आन्दोलन के समय ( 1905 ई ० के लगभग ) बंगाल में साम्प्रदायिक दंगे हुए थे । उस समय ढाका के नवाब सलीमुल्ला थे ; जिनके नेतृत्व में बंगाल के मुसलमानों ने कृषक हिन्दू जमींदारों के विरुद्ध विद्रोह किया था ।

स्रोत भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 4 - भारत में अंग्रेजी शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए निम्नलिखित में से किसने यह विनियम प्रारम्भ किया कि सभी लोक सेवाएँ एक शिक्षा परिषद् ( कौन्सिल ऑफ एजुकेशन ) द्वारा कराई गई मुक्त प्रतियोगिता परीक्षा से भरी जाएँगी और अंग्रेजी के ज्ञान को वरीयता दी जाएगी ?

( a ) लॉर्ड वेलेजली

( c ) लॉर्ड हार्डिंग

( b ) लॉर्ड विलियम बैटिक

( d ) लॉर्ड डलहौजी

 

उत्तर - ( d )  लॉर्ड डलहौजी

व्याख्या

* लार्ड विलियम बैटिक के समय योग्यता को सेवा का आधार बनाया गया |

* लॉर्ड हार्डिंग ने अंग्रेजी के ज्ञान को वरीयता देने का प्रावधान प्रायोजित किया |

* लॉर्ड डलहौजी के समय 1955 ई ० में लोक शिक्षा विभाग स्थापित किया गया |

* लॉर्ड मैकाले की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गयी जिसके द्वारा अंग्रेजी शिक्षा को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने की अपेक्षा थी ।

स्रोत- भारत का वृहत् इतिहास - मजूमदार , राय चौधरी एवं दत्त भाग -3

 

प्रश्न 5 -  भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष के दौरान स्वदेशी आन्दोलन से सम्बन्धित निम्नलिखित में से कौन - सा एक कथन सही नहीं है ?

( a ) बंगाल में स्वदेशी आन्दोलन का प्रमुख गान रवीन्द्रनाथ टैगोर का ' आमार सोनार बांग्ला ' था

( b ) दिल्ली में स्वदेशी आन्दोलन का नेतृत्व सैयद हैदर रजा ने किया था |

( c ) बंगाल में भी स्वदेशी प्रचार के लिए गणपति एवं शिवाजी उत्सव एक माध्यम बने थे |

( d ) सूरत में 1907 ई ० का कांग्रेस विभाजन स्वदेशी आन्दोलन को कमजोर करने वाला था |

 

उत्तर- ( a )

व्याख्या

* बंगाल में स्वदेशी आन्दोलन के समय रवीन्द्रनाथ टैगोर ने आमार सोनार बांग्ला की रचना की थी जोकि स्वतन्त्र बांग्लादेश का राष्ट्रीय गीत बना परन्तु स्वदेशी आन्दोलन का प्रमुख गान बंकिम चन्द्र चटर्जी का ' वन्दे मातरम ' था । जबकि बंगाल में भी स्वदेशी के प्रचार के लिए गणपति व शिवाजी उत्सव महत्त्वपूर्ण माध्यम बने थे तथा सूरत में 1907 ई ० का कांग्रेस विभाजन स्वदेशी आन्दोलन को कमजोर करने वाला था ।

स्रोत भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 6 - निम्नलिखित मुस्लिम नेताओं में से ऐनी बेसेन्ट द्वारा स्थापित की गई होमरूल लीग में कौन सम्मिलित हुआ ?

( b ) मोहम्मद अली जिन्ना

( d ) अबुल कलाम आजाद

( a ) मोहम्मद इकबाल

( c ) सैयद अहमद खाँ

 

उत्तर- ( a )

व्याख्या

* सितम्बर 1916 ई ० में ऐनी बेसेन्ट द्वारा द्वितीय होमरूल लीग की स्थापना मद्रास के समीप अडयार में की गयी । इस लीग का स्वरूप अखिल भारतीय था जबकि तिलक द्वारा स्थापित लीग कुछ विशेष क्षेत्रों तक सीमित थी । इसमें शामिल होने वाले कुछ प्रमुख नेता जवाहरलाल नेहरू ( संयुक्त प्रान्त ) हसन इमाम ( बिहार ) तथा बम्बई से मोहम्मद अली जिन्ग थे ।

स्रोत - भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 7 - भारतीय स्वतन्त्रता संघर्ष के दौरान होमरूल आन्दोलन से सम्बन्धित निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए

1. तिलक ने अपने होमरूल आन्दोलन में स्वराज के प्रश्न को भाषायी राज्यों के गठन एवं देशी भाषाओं में शिक्षा के मुद्दे से जोड़ दिया था ।

2. इलाहाबाद में जवाहरलाल नेहरू ने ऐनी बेसेन्ट की होमरूल लीग में प्रवेश ले लिया था । उपरोक्त कथनों में से कौन - सा / से सही है / हैं ?

 कूट :

( a ) केवलं 1

( b ) केवल 2

( c ) दोनों 12

 ( d ) न ही 1 व न ही 2

 

उत्तर- ( c ) दोनों 12

व्याख्या

* अप्रैल 1916 ई ० में बालगंगाधर तिलक ने प्रथम होमरूल लीग की स्थापना की । उन्होंने क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा तथा भाषायी राज्यों की माँग को स्वराज्य के मुद्दे से जोड़ दिया |

* सितम्बर 1916 ई ० में ऐनी बेसेन्ट ने द्वितीय होमरूल लीग की स्थापना की जिसमें संयुक्त प्रान्त से शामिल प्रमुख नेता मोतीलाल नेहरू , तेज बहादुर सप्रू तथा जवाहरलाल नेहरू थे ।

स्रोत - भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिनचन्द्र

 

 

प्रश्न 8 - निम्नलिखित में से किस कवि ने 1917 ई ० की रूसी क्रान्ति की प्रशंसा करते हुए कविताएँ लिखी थीं ?

( a ) सुब्रह्मण्यम भारती

( b ) मोहम्मद इकबाल

( c ) सरोजिनी नायडू

( d ) रवीन्द्रनाथ टैगोर

 

उत्तर . ( a )

व्याख्या

* तमिल क्रान्तिकारियों के छोटे से समूह में एक बड़े कवि सुब्रह्मण्यम भारती भी शामिल थे । वे तिरुनलवेलि के ब्राह्मण थे ; जो जातिवाद के विरोधी थे । 1921 ई ० में अपनी असामयिक मृत्यु के पूर्व भारती ऐसी कविताएँ लिखने लगे थे जिनमें 1917 ई ० की रूसी क्रान्ति की जय जयकार होती थी ।

स्रोत  - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

 

प्रश्न 9 - निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए

1. नेहरू कमेटी की रिपोर्ट में शामिल कई मौलिक अधिकार बिना किसी बड़े परिवर्तन के भारत के संविधान में भी उपस्थित थे ।

2. 1931 ई ० के कराची प्रस्ताव में उल्लेखित कई सामाजिक एवं आर्थिक अधिकारों को भारत के संविधान के अन्तर्गत राज्य के निदेशात्मक सिद्धान्तों में अभिव्यक्ति मिली ।

उपरोक्त कथनों में से कौन - सा / से सही है / हैं ?

कूट :

( a ) केवल 1

( b ) केवल 2

( c ) दोनों 12

 ( d ) न ही 1 व न ही 2

 

उत्तर- ( c )

व्याख्या-

* भारतीय संविधान की रचना के लिए गठित हुए नेहरू कमेटी की रिपोर्ट 1928 ई० में प्रस्तुत हुयी । इसकी कई सिफारिशें स्वतन्त्र भारत के संविधान में अपनाई गयीं |

* 1931 ई ० के कराची प्रस्ताव में उल्लेखित कई सामाजिक व आर्थिक अधिकार भारत के संविधान में राज्य के नीति - निर्देशक सिद्धान्तो के रूप में समाहित हुए ।

स्रोत - भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 10 - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के किस अधिवेशन ने ' गाँधी - इर्विन समझौता ' स्वीकृत किया ?

( a ) कराची अधिवेशन

( b ) लाहौर अधिवेशन

( c ) कलकत्ता अधिवेशन

( d ) त्रिपुरा अधिवेशन

 

उत्तर- ( a )  कराची अधिवेशन

व्याख्या-

तेजबहादुर सप्रू व एम० एस० जयकर के प्रयासों से 1931 ई ० में गाँधी - इर्विन समझौता हुआ , जिसे दिल्ली समझौता भी कहते हैं । इसे मंजूरी  दिलाने के लिए मार्च 1931 ई ० को कराची में कांग्रेस की बैठक हुई । कांग्रेस ने गाँधी - इर्विन समझौते का मन्जूरी देते हुए पूर्ण स्वराज्य के लक्ष्य को पुनः याद किया ।

स्रोत- भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिन चन्द्र

 

प्रश्न 11 - निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए

1. वम्बई में एस० ए० डांगे द्वारा ' गाँधी एवं लेनिन ' नामक पुस्तिका प्रकाशित की गई तथा ' द सोशलिस्ट ' नामक प्रथम समाजवादी साप्ताहिक निकाला गया ।

2 . बंगाल में मुजफ्फर अहमद ने ' नवयुग ' निकाला तथा बाद में कवि नजरूल इस्लाम के सहयोग से ' लंगल की स्थापना की ।

3. मद्रास में एम० सिगारवेलु ने ' लेबर किसान गजट ' की स्थापना की ।

उपरोक्त कथनों में से कौन - से सही है ?

कूट :

( a ) 12

( b ) 23

( d ) 1 , 23

 ( c ) 13

 

उत्तर - ( d )

व्याख्या

* बम्बई में सोशलिस्ट के सम्पादक एस० ए० डांगे ने ' गाँधी एवं लेनिन ' पुस्तिका प्रकाशित की । बंगाल में के नवयुग सम्पादक मुजफ्फर अहमद ने नजरूल इस्लाम के सहयोग से ' लंगल ' की स्थापना की तथा मद्रास में सिंगारवेलु ने कामगारों तथा कृषकों में साम्यवादी विचारों का प्रसार करते हुये ' लेबर किसान गजट ' की स्थापना की ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

 

 

प्रश्न 12 - कथन ( A ) : कैबिनेट मिशन ने मुस्लिम लीग की ( पृथक् पाकिस्तान राज्य की ) माँग अस्वीकार कर दी ।

कारण ( R ) : कैबिनेट मिशन का मानना था कि पृथक् पाकिस्तान एक बड़े अनुपात में गैर - मुस्लिम आबादी होगी एवं मुसलमानों की बड़ी आबादी पीछे भारत में ही छूट जाएगी ।

कूट :

( a ) कथन A तथा कारण R दोनों सही है , R , A का सही स्पष्टीकरण है ।

( b ) कथन A तथा कारण R दोनों सही हैं , R , A का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।

( c ) कथन A सही है किन्तु कारण R गलत है ।

( d ) कथन A गलत है किन्तु कारण R सही है ।

 

उत्तर- ( a )

व्याख्या

* अल्पसंख्यक आबादी की समस्या का हल पृथक् पाकिस्तान की माँग मानने से पूरा होता न दिख पाने से कैबिनेट मिशन ने पृथक् मुस्लिम राज्य की मुस्लिम लीग की माँग को ठुकरा दिया क्योंकि यह जरूरी नहीं था कि विभाजन के पश्चात् भी मुस्लिम गैर मुस्लिम विभाजित क्षेत्रों में जाते ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

 

प्रश्न 13 -  निम्नलिखित में से कौन एक अगस्त , 1946 ई ० में घोषित प्रथम अन्तरिम राष्ट्रीय सरकार में शामिल नहीं था ?

( a ) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद

( b ) डॉ० एस० राधाकृष्णन

( c ) सी० राजगोपालाचारी

( d ) जगजीवन राम

 

उत्तर- ( b )  डॉ० एस० राधाकृष्णन

व्याख्या

* प्रथम अन्तरिम राष्ट्रीय सरकार अगस्त , 1946 ई ० में घोषित हुई थी , जिसके सदस्य थे - सरदार पटेल , डॉ ० राजेन्द्र प्रसाद , आसफ अली , श्री सी ० राजगोपालाचारी , सरदार बलदेव सिंह , जान मथाई इत्यादि ।

स्रोत - आधुनिक भारत- रामलखन शुक्ल

 

प्रश्न 14 - निम्नलिखित पर विचार कीजिए

1. आसफ अली

2. भूलाभाई देसाई

3. जवाहरलाल नेहरू

4. तेज बहादुर सप्रू

उपरोक्त में से किसने आई० एन० ए० कैदियों के पक्ष में लालकिले में चलने वाले मुकदमे में पैरवी की ?

कूट :

( a ) 12

( b ) 2. 34

( c ) 1 , 34

( d ) 1 , 2 , 34

 

उत्तर - ( d )

व्याख्या

* आई० एन० ए० ( INA ) के कैदियों पर ऐतिहासिक मुकदमा लालकिले में नवम्बर , 1945 ई० में चलाया गया । इसमें बचाव पक्ष के वकीलों का नेतृत्व भूलाभाई देसाई ने किया था ।

* उनके सहायकों की भूमिका में थेश्री जवाहरलाल नेहरू काटजू , तेज बहादुर सप्रू एवं आसफ अली इत्यादि ।

स्रोत :  भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 15 - निम्नलिखित में से कौन - सा गाँधी इर्विन समझौते का अंग नहीं था ?

( a ) उन सभी राजनीतिक कैदियों की तुरन्त रिहाई जिन्हें हिंसा के लिए दोषी नहीं ठहराया गया था

( b ) रिहा कैदियों को समुचित मुआवजे का भुगतान

( c ) जब्त की गई भूमि की वापसी जो तीसरे पक्ष को तब तक विक्रय नहीं की गई

( d ) तब तक संग्रह नहीं किए गए अर्थदण्ड से मुक्ति

 

उत्तर - ( b )

 व्याख्या-

दिल्ली में फरवरी - मार्च , 1931 ई० में तेज बहादुर सप्रू व जयकर के अथक प्रयासों से गाँधी - इर्विन समझौता सम्पन्न हुआ । इसमें रिहा होने वाले कैदियों को समुचित मुआवजा भुगतान की शर्त को स्वीकार नहीं किया गया था । अतः यह समझौते में शामिल नहीं था ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार , पृष्ठ- 330

 

प्रश्न 16 - खेड़ा के कृषकों के पक्ष में गाँधीजी द्वारा सत्याग्रह आयोजित करने का क्या कारण था ?

( a ) अकाल पड़ने के बावजूद भू - राजस्व की वसूली को निलम्बित न करना

( b ) फसल खराब होने के बावजूद भू - राजस्व को बढ़ाना

( c ) जिन्होंने भू- कर नहीं दिया था , ब्रिटेन की सरकार द्वारा उनकी भूमि को जब्त करना

( d ) गुजरात में प्रशासन द्वारा ' स्थायी बन्दोबस्त ' लाने का सुझाव

 

उत्तर - ( a )

व्याख्या

* अकाल पड़ने के कारण 1917-18 ई० में फसलें बहुत खराब स्थिति में थी । किन्तु भू - राजस्व की वसूली निलम्बित नहीं की गई । मोहनलाल पण्ड्या जैसे स्थानीय नेताओं ने मालगुजारी न देने की पहल की । अन्ततः गाँधीजी ने व्यापक चिन्तन - मनन के पश्चात् इस आन्दोलन को अपने हाथ में ले लिया । अन्ततः ब्रिटिश सरकार ने गाँधीजी के सत्याग्रह के समक्ष झुककर कृषकों की मांगे मान लीं ।

स्रोत - आधुनिक भारत - सुमित सरकार

 

प्रश्न 17 - निम्नलिखित में से कौन - सा कथन सही नहीं है ?

( a ) गाँधीजी द्वारा खिलाफत कमेटी को सुझाव दिया गया था कि वे सरकार के प्रतिकूल रवैये के विरोध में अहिंसक असहयोग का एक कार्यक्रम अपनाएँ

( b ) कांग्रेस के 1920 ई ० के नागपुर सत्र में मोतीलाल नेहरू ने असहयोग का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था

( c ) असहयोग के कार्यक्रम में सम्मानों एवं उपाधियों को वापस लौटाना अन्तर्निहित था

( d ) कांग्रेस के 1921 ई० के विजयवाड़ा सत्र के उपरान्त चरखे को बड़े पैमाने पर लोकप्रिय बनाने का कार्य किया गया एवं खादी राष्ट्रीय आन्दोलन की वर्दी बन गई ।

 

उत्तर- ( b )

व्याख्या

* 1920 ई ० के कांग्रेस सत्र की अध्यक्षता विजय राघवाचार्य ने की थी । इस अधिवेशन में असहयोग का प्रस्ताव सी० आर० दास ने रखा था , मोतीलाल नेहरू ने नहीं ।

 

प्रश्न 18 - गाँधीजी ने फरवरी , 1943 ई ० में , जब वे जेल में थे , 21 दिवसीय अनशन क्यो घोषित किया था ?

( a ) वह भारत छोड़ो आन्दोलन में लोगों से हिंसक मार्ग का त्याग करवाना चाहते थे

( b ) वह हिन्दू तथा मुस्लिम पृथकतावादियों पर दबाव डाल रहे थे । कि वे फूट डालने वाली नीतियों से दूर रहें और एक संयुक्त भारत के लिए प्रयत्न करें

( c ) यह उनके द्वारा सरकार को दिया गया जवाब था जो उनसे लगातार भारत छोड़ो आन्दोलन में लोगों द्वारा की जा रही हिंसा की भर्त्सना करने को कह रही थी

( d ) यह उनकी अहिंसा की नीति का ही एक अंग था जिसके अन्तर्गत ब्रिटिश सरकार पर भारत को पूर्णरूपेण स्वतन्त्र करने की कांग्रेस की माँग मानने के लिए दबाव डाला जा रहा था

 

उत्तर- ( c )

व्याख्या

* फरवरी 1943 ई ० में गांधीजी को पूना जेल ( आगा खाँ के पैलेस में ) में रखा गया था इसी समय गाँधीजी ने 21 दिनों के उपवास की घोषणा की क्योंकि सरकार उन पर भारत छोड़ो आन्दोलन में जनता द्वारा की गई हिंसा की निन्दा करने का दबाव डाल रही थी जिसका जवाब या विरोध उन्होंने उपवास के माध्यम से किया ।

स्रोत - भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष विपिनचन्द्र

 

प्रश्न 19 - नूनिया तथा मलंगी जातियाँ निम्नलिखित में से किसमें दक्ष थीं ?

( a ) खाद्यान्नों का मध्यम दूरी तक व्यापार

( b ) चर्मशोधन कार्य

( c ) लौह प्रगलन तथा काठ कोयला उत्पादन

( d ) नमक तथा शोरा उत्पादन

 

उत्तर - ( d )

व्याख्या - नूनिया तथा मलंगी जातियाँ नमक एवं शोरा उत्पादन से सम्बन्धित थी । चूँकि गाँधीजी ने नमक कानून तोड़ने से ही सविनय अवज्ञा आन्दोलन की शुरूआत की थी , इसीलिए उनका एक चर्चित नाम मलंग बाबा भी था ।

स्रोत - आधुनिक भारत- सुमित सरकार

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