नमस्कार दोस्तों , UPPCS (Prelims) – 1999 में दिल्ली
सल्तनत काल ( Delhi Sultanate) से आये हुए प्रश्नों को व्याख्या सहित हल किया गया है | प्रश्नों का व्याख्या Civil services के
मानक पुस्तकों से लिया गया
है |
जो Students Civil services, Railway, UPSC, SSC, Banking, State
PSC, CDS, NDA, SSC CGL, SSC CHSL, Patwari, Samvida, Police, SI, CTET, TET,
Army, MAT, CLAT, NIFT, IBPS PO, IBPS Clerk, CET, Vyapam , Lekhpal ,
VDO etc. तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनके लिए “ UPPCS Pre 1999 - दिल्ली सल्तनत शासनकाल “ के History Quiz रामबाण साबित होगी |
Written by : Arvind Kushwaha
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रारंभिक परीक्षा -1999 -दिल्ली
सल्तनत | Delhi Sultanate (Medieval History)
( व्याख्यात्मक हल प्रश्न पत्र )
प्रश्न 1 - निम्नलिखित
में से किस इतिहासकार ने इल्तुतमिश को भारत में मुस्लिम राज्य का वास्तविक
संस्थापक माना है :
( a ) आर०
पी० त्रिपाठी
( b ) के०
ए० निजामी
( c ) मुहम्मद
अजीज अहमद
( d ) उपर्युक्त
में से कोई भी नहीं
उत्तर - ( a ) आर० पी० त्रिपाठी
व्याख्या :
* इतिहासकार
आर० पी० त्रिपाठी के अनुसार इल्तुतमिश भारत में वास्तविक मुस्लिम साम्राज्य का
संस्थापक था ।
स्रोत- मध्यकालीन भारत , हरिशचन्द्र वर्मा
प्रश्न 2 - अलाउद्दीन खिलजी ने किस हिन्दू शासक को ' रायरायन ' की उपाधि दी :
( a ) रामचन्द्र
देव
( c ) वीर
बल्लाल
( b ) प्रतापरुद्र
देव
( d ) सुन्दर
पाण्ड्य
उत्तर - ( a ) रामचन्द्र
देव
व्याख्या :
* देवगिरि
के द्वितीय अभियान के बाद व्यक्तिगत रूप से सुल्तान के प्रति भक्ति प्रकट करने के
लिए रामदेव और उसके संबंधियों को मलिक काफूर ने दिल्ली भेजा । अलाउद्दीन ने रामदेव
का यथोचित स्वागत किया और उसके लिए राजधानी में राजसी सुविधाओं की व्यवस्था की ।
छह मास के निवास के बाद रामदेव को अपने राज्य में लौटने की अनुमति दी गई और उसे
रायरायान की पदवी तथा एक चन्दोबा देकर सम्मानित किया गया ।
स्रोत- मध्यकालीन भारत , भाग -1 . हरिश्चिन्द्र वर्मा
प्रश्न 3- किसने
कहा था : " मेरा साम्राज्य रुग्ण हो गया है और यह किसी उपचार से ठीक नहीं
होता । वैद्य सरदर्द ठीक करता है और तदुपरांत बुखार हो जाता है , वह बुखार ठीक करने की कोशिश करता है , तो कुछ और हो जाता है । "
( a ) अलाउद्दीन-खल्जी
( b ) गयासुद्दीन
तुगलक
( c ) मुहम्मद
बिन तुगलक
( d ) फीरोज
तुगलक
उत्तर - ( c ) मुहम्मद
बिन तुगलक
व्याख्या :
* उपरोक्त कथन मु० बिन तुगलक ने अपने
अन्तिम दिनों में हताश होकर बरनी से कहा था ।
स्रोत- मध्यकालीन भारत , N.C.E.R.T
प्रश्न 4- विवाह
विभाग स्थापित किया था :
( a ) सिकन्दर
लोदी ने
( b ) गियासुद्दीन तुगलक ने
( c ) फिरोजशाह
तुगलक ने
( d ) अलाउद्दीन
खल्जी ने
उत्तर - ( c ) फिरोजशाह तुगलक ने
व्याख्या :
* फिरोजशाह तुगलक ने एक विभाग दीवान- ए
- खैरात स्थापित किया था जो मुसलमान स्त्रियों एवं विधवाओं को आर्थिक सहायता देता
था और मुसलमान लड़कियों के विवाह की व्यवस्था करता था ।
स्रोत- मध्यकालीन भारत - एल ० पी ० शर्मा
प्रश्न 5- वह
दिल्ली सुल्तान जिसके यहाँ चीन के मंगोल सम्राट का एक शिष्टमंडल कुछ बौद्ध मंदिरों
को देखने की अनुमति के लिए आया था , कौन
था :
( a ) बलबन
( b ) मुहम्मद
बिन तुगलक
( c ) फीरोज
तुगलक
( d ) सिकंदर
लोदी
उत्तर ( b ) मुहम्मद बिन तुगलक
प्रश्न 6- तैमूर
ने किसके काल में भारत पर आक्रमण किया और दिल्ली को लूटा :
( a ) इल्तुतमिश
( b ) मुहम्मद
महमूद
( c ) नासिरूद्दीन
महमूद
( d ) बहलोल
लोदी
उत्तर ( c ) नासिरूद्दीन महमूद
व्याख्या :
* 1398 ई
० में तैमूर ने भारत पर आक्रमण किया था । उस समय दिल्ली सल्तनत का शासक
नासिरुद्दीन महमूद तुगलक था ।
स्रोत - मध्यकालीन भारत का संक्षिप्त इतिहास
, ईश्वरी प्रसाद
प्रश्न 7- दिल्ली
सल्तनत में लगाये गये करों पर विचार करें
1. जकात नामक धार्मिक कर केवल मुसलमानों
से लिया जा सकता था और इसका प्रयोग मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए किया जाता था |
2.
खराज गैर - मुस्लिमों से लिया जाता था जो 1/10 से
1/2 के बीच होता था
3 . खम्स
युद्ध में प्राप्त धन का 1/5 होता था |
4. उस एक भूराजस्व था जो मुस्लिम देते थे |
निम्नलिखित कूटों में से सही कथन का
पता करें -
( a ) केवल
1 और 2
( b ) केवल 2
( c ) केवल 2 और 3
( d ) उपर्युक्त सभी
उत्तर ( d ) उपर्युक्त सभी
प्रश्न 8 - ' खिदमती ' क्या है :
( a ) युद्ध
से प्राप्त धन का 1/5
( b ) क्रय एवं विक्रय पर लगने वाला कर
( c ) हिन्दुओं
से लिया जाने वाला गृह कर
( d ) पराजित
हिन्दू शासको से लिया जाने वाला कर
उत्तर ( d ) पराजित हिन्दू शासको से लिया जाने वाला कर
प्रश्न 9 - हुनुज
दिल्ली दूरस्थ ( दिल्ली अभी दूर है ) । यह कथन किसका है :
( a ) गाजी
मलिक
( b ) शेख
सलीम चिश्ती
( c ) निजामुद्दीन
औलिया
( d ) अमीर
खुसरो
उत्तर - ( c ) निजामुद्दीन
औलिया
व्याख्या :
* यह कहा जाता है जब गयासुदीन तुगलक
बंगाल की विजय ( 1325 ई० ) से लौट रहा था तो उसने आदेश भेजा
था कि शेखनिजामुद्दीन औलिया गयासपुर खाली कर दे किन्तु यह आदेश सुनकर शेख
ने कहा था कि " हनुज देहली दूर अस्त " ( अभी दिल्ली दूर है )
स्रोत- मध्यकालीन भारतीय संस्कृति , डॉ ० लईक अहमद
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