नमस्कार दोस्तों , इस पोस्ट में UPSC (Prelims) IAS – 2009 – राष्ट्रीय आंदोलन एवं स्वतंत्रता संघर्ष से आये हुए प्रश्नों को व्याख्या सहित हल किया
गया है | प्रश्नों का व्याख्या मानक पुस्तकों से लिया गया है |
छात्रों से अनुरोध है कि वो व्याख्या को भी पढ़ें
क्योंकि ये परीक्षा की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण हैं |
जो Students
Civil services, Railway, UPSC, SSC, Banking, State PSC, CDS, NDA, SSC CGL, SSC
CHSL, Patwari, Samvida, Police, SI, CTET, TET, Army, MAT, CLAT, NIFT, IBPS PO,
IBPS Clerk, CET, Vyapam , Lekhpal , VDO etc.
तथा
अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे
है उनके लिए “ IAS
Pre 2009 - राष्ट्रीय
स्वतंत्रता संघर्ष “ के History Quiz रामबाण साबित होगी |
Written by : Arvind Kushwaha
UPSC (Prelims) IAS – 2009 - Solved Questions With Explanations
राष्ट्रीय स्वतंत्रता
संघर्ष | National Movement and Freedom
Struggle
प्रश्न 1 - निम्नलिखित
कथनों पर विचार कीजिए
1. बलवन्तराय मेहता 1927
में आल इण्डिया स्टेट्स पीपुल्स सम्मेलन के आयोजन की पहल के लिए प्रमुख रूप से
उत्तरदायी व्यक्तियों से एक थे ।
2. महात्मा गाँधी को ' व्यक्तिगत
सत्याग्रह ' शुरू करने का निर्णय लेने के लिए राजी
करने में सी ० राजगोपालाचारी प्रमुख रूप से उत्तरदायी थे ।
उपरोक्त कथनों में से कौन - सा / से
सही है / हैं ?
( a ) केवल 1 (
c ) 1 और 2 दोनों
( b ) केवल
2 ( d ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( c )
1 और
2 दोनों
व्याख्या - बलवन्तराय मेहता 1927 ई ० में ' आल इण्डिया स्टेट्स पीपुल्स सम्मेलन के
आयोजन की पहल के लिए प्रमुख रूप से उत्तरदायी व्यक्तियों में से एक थे । इस संगठन
में मणिलाल कोठारी तथा जी ० आर ० अभ्यंकर ने मेहता का सहयोग किया था । मेहता इसके
सचिव थे ।
* महात्मा गाँधी को ' व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू करने का
निर्णय लेने के लिए राजी करने में सी. राजगोपालाचारी प्रमुख रूप से
उत्तरदायी थे । कांग्रेस ने अगस्त प्रस्ताव के विरोध तथा युद्ध में अपने को अलग
सिद्ध करने के लिए व्यक्तिगत सत्याग्रह आरम्भ किया । यह विचारधारा गाँधी जी की थी
।
* व्यक्तिगत सत्याग्रह 17
अक्टूबर , 1940 ई ० में पवनार आश्रम ( महाराष्ट्र )
से शुरू किया गया । पहले सत्याग्रही विनोबा भावे थे । 17
दिसम्बर 1940 ई ० को यह सत्याग्रह स्थगित कर दिया
गया । जनवरी ,
1941 ई
० को जवाहरलाल नेहरू ने पुनः इसे प्रारम्भ किया । इस आन्दोलन के दूसरे चरण में 20,000 से अधिक सत्याग्रहियों की गिरफ्तारी
हुई ।
* इस आन्दोलन को ' दिल्ली
चलो ' आन्दोलन भी कहा गया । इस सत्याग्रह का
मुख्य उद्देश्य ब्रिटिश सरकार के इस दावे को खोखला साबित करना था कि भारत की जनता
द्वितीय विश्व युद्ध में सरकार के साथ है ।
स्त्रोत- भारत का स्वतन्त्रता संघर्ष - विपिन
चन्द्र
प्रश्न 2 - भारतीय
स्वतन्त्रता संग्राम के सन्दर्भ में निम्नलिखित में से कौन दूसरे गोलमेज सम्मेलन
में भारत की महिला प्रतिनिधि थी ?
( a ) अरुणा आसफ अली ( b ) सरोजिनी
नायडू
( c ) सुचेता
कृपलानी ( d ) विजयलक्ष्मी पण्डित
उत्तर- ( b ) सरोजिनी नायडू
व्याख्या - दूसरे गोलमेज सम्मेलन में सरोजिनी
नायडू भारत की महिला प्रतिनिधि थीं । इनके साथ ऐनी बेसेन्ट भी थीं ।
* सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी , 1879 में हुआ । 13 वर्ष की अल्पायु में सरोजिनी
चट्टोपाध्याय ने ' लेडी
ऑफ दे लेक ' शीर्ष से एक कविता लिखी । हैदराबाद में
निजाम द्वारा दी गई छात्रवृत्ति पर सरोजिनी लन्दन पढ़ने गई । 1898 ई ० में इनका विवाह डॉ ० गोविन्द
राजुलू नायडू से हुआ ।
* 1902 ई
० में नायडू गोपाल कृष्ण गोखले के सम्पर्क में आई तथा भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन
में हिस्सा लिया ।
* 1925 ई
० में इन्हें कांग्रेस के कानपुर अधिवेशन का अध्यक्ष चुना गया ।
* 1930 ई
० में गाँधी के दाण्डी मार्च के समय जेल गई । इन्हें ' एशियन रिलेशन्स कॉन्फ्रेन्स ' का अध्यक्ष चुना गया ।
* भारत के स्वतन्त्र होने पर इन्हें
उत्तर प्रदेश संयुक्त प्रान्त का पहला गवर्नर बनाया गया । ' भारत
की कोकिला ' की उपाधि से सम्मानित सरोजिनी जिनकी 2 मार्च , 1949 को मृत्यु हो गई ।
* ' साँग
ऑफ द इण्डिया ' , द गोल्डन थ्रेसोल्द , द फादर ऑफ डॉन , द बर्ड ऑफ टाइम , द ब्रोकेन विंग उनकी प्रसिद्ध रचनायें
हैं ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
ग्रोवर
प्रश्न 3 - वेवेल योजना के सन्दर्भ में , निम्नलिखित
कथनों पर विचार कीजिए
1. योजना के अनुसार सैन्य शक्तियों का सेनानायक किसी भारतीय को होना था
।
2. विदेश मन्त्रालय किसी अंग्रेज के पास होना था ।
उपरोक्त कथनों में से कौन - सा / से
सही है / हैं ?
( a ) केवल 1 ( c ) 1 और 2 दोनों
( b ) केवल
2 ( d ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( d ) न तो 1 और न ही 2
व्याख्या - वेवेल योजना के प्रमुख प्रावधान
निम्नलिखित थे—
1. वायसराय की कार्यकारिणी परिषद् का गठन किया जाएगा । परिषद् में
वायसराय तथा कमाण्डर - इन - चीफ को छोड़कर सभी सदस्य भारतीय होंगे ।
2. प्रतिरक्षा को छोड़कर समस्त भाग भारतीयों को दिये जाएंगे ।
3. कार्यकारिणी में मुसलमान सदस्यों की संख्या स्वर्ण हिन्दुओं के बराबर
होगी ।
4. कार्यकारिणी परिषद् एक अन्तरिम राष्ट्रीय सरकार के समान होगा ।
गवर्नर जनरल बिना कारण निषेधाधिकार का प्रयोग नहीं करेगा ।
5. कांग्रेस के नेता रिहा किये जाएंगे तथा शीघ्र ही शिमला में एक
सम्मेलन होगा ।
6. युद्ध समाप्त होने के बाद भारतीय स्वयं अपना संविधान बनाएँगे ।
7. भारत के ग्रेट ब्रिटेन के वाणिज्यिक तथा अन्य हितों की देखभाल के लिए
एक उच्चायुक्त की नियुक्ति की जाएगी ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास- यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 4 - वारेन हेस्टिग्स द्वारा 1776 ई
० में अमीनी कमीशन की नियुक्ति किस उद्देश्य से की गई ?
( a ) भारतीय न्याय व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए
(b ) भारतीय
क्षेत्रों पर शासन के लिए उपयुक्त प्रशासनिक संरचना तैयार करने के लिए
( c ) नये
उपनिवेश के लिए उपयुक्त न्याय संरचना स्थापित करने की रीति तैयार करने के लिए
( d ) भारतीय कृषि व्यवस्था से सम्बद्ध
व्यवस्थित सूचना एकत्र करने के लिए
उत्तर- ( d )
व्याख्या- वारेन हेस्टिग्स द्वारा 1776 ई ० में ' अमीनी कमीशन ' नियुक्ति का उद्देश्य भारतीय कृषि
व्यवस्था से सम्बद्ध व्यवस्थित सूचना एकत्र करना था ।
स्त्रोत - आधुनिक भारत का इतिहास- यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 5 - निम्नलिखित
कथनों पर विचार कीजिए
1. लॉर्ड वेलेजली ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी के कर्मचारियों के निजी
व्यापार लिए दस्तक को अन्तिम रूप से समाप्त कर दिया ।
2. लॉर्ड वेलेजली ने सदर निजामत अदालत का मुर्शिदाबाद से कलकत्ता
स्थानान्तरण किया और इसे गवर्नर जनरल तथा उसकी काउन्सिल के अन्तर्गत किया ।
उपरोक्त में से कौन - सा / से कथन सही है है ?
( a ) केवल 1 ( c ) 1 और 2
दोनों 2
( b ) केवल 2 ( d ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( d )
व्याख्या - लॉर्ड वेलेजली ने ईस्ट इण्डिया
कम्पनी के कर्मचारियों को निजी व्यापार के लिए दस्तक को अन्तिम रूप से समाप्त नहीं
किया था और न ही सदर निजामत अदालत का मुर्शिदाबाद से कलकत्ता स्थानान्तरण किया और
इसे गवर्नर जनरल तथा उसकी काउन्सिल के अन्तर्गत किया ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास- यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 6 - भारत
में ब्रिटिश प्रशासन काल के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. ब्रिटिश इण्डियन एसोसिएशन के सदस्यों में अंग्रेज तथा आंग्ल - भारतीय
, दोनों शामिल थे ।
2. जब नेटिव प्रेस एसोसिएशन का गठन हुआ , तब इण्डियन एसोसिएशन के नेता एस०एन० बनर्जी इसके पहले सचिव बनाये गए
। उपरोक्त में से कौन - सा / से कथन सही है / है ?
( a ) केवल 1 ( b )
केवल 2
( c ) 1 और 2 दोनों ( d ) न
तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( c ) 1 और 2 दोनों
व्याख्या - ब्रिटिश इण्डियन एसोसिएशन के
सदस्यों में अंग्रेज तथा आंग्ल - भारतीय , दोनों
शामिल थे । ' लैण्ड
होल्डर्स सोसाइटी ' एवं बंगाल ब्रिटिश इण्डिया सोसाइटी की
असफलताओं के कारण इन दोनों को मिलाकर ब्रिटिश इण्डियन एसोसिएशन का गठन किया गया ।
इसके संस्थापक सदस्य राजेन्द्र लाल मित्र , राधाकान्त
देव ( अध्यक्ष ) , देवेन्द्र नाथ टैगोर ( महासचिव ) , हरिश्चन्द्र मुखर्जी आदि थे । भारत के
राजनीतिक अधिकारों की माँग करने वाली यह प्रथम संस्था थी ।
* जब नेटिव प्रेस एसोसिएशन का गठन हुआ , तब इण्डियन एसोसिएशन के नेता एस०एन०
बनर्जी इसके पहले सचिव बनाये गए ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
ग्रोवर
प्रश्न 7 - स्वतन्त्रतापूर्व भारत के सन्दर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार
कीजिए
1. सिविल प्रक्रिया संहिता ( कोड ऑफ सिविल प्रसीजर ) को 1860 में लागू किया गया ।
2. आपराधिक प्रक्रिया संहिता ( कोड ऑफ क्रिमिनल प्रसीजर ) को 1862 में लागू किया गया ।
उपरोक्त कथनों में से कौन - सा / से
सही है / हैं ?
( a ) केवल ( c ) 1 और
2 दोनों
( b ) केवल 2 ( d ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( d )
व्याख्या- भारत में सिविल प्रक्रिया संहिता (
कोड ऑफ सिविल प्रसीजर ) को 1
जनवरी , 1909 को लागू किया गया था जबकि आपराधिक प्रक्रिया संहिता ( कोड ऑफ
क्रिमिनिल प्रसीजर ) को 1
अप्रैल , 1974 ई ० को लागू किया गया । अतः दोनों कथन गलत हैं । अतः उत्तर विकल्प (
d ) होगा ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 8 - निम्नलिखित
में से कौन - सा एक समाचार पत्र पण्डित मदन मोहन मालवीय द्वारा 1909 ई० में प्रारम्भ किया गया था ?
( a ) फ्री इण्डिया ( c ) इण्डिपेन्डेन्ट
( b ) नवभारत
( d ) लीडर
उत्तर- ( d )
व्याख्या- समाचार पत्र ' लीडर ' पण्डित
मदन मोहन मालवीय द्वारा 1909 ई ० में प्रारम्भ किया गया था । इसके अतिरिक्त
उन्होंने ' हिन्दुस्तान ' , ' इण्डियन यूनियन ' तथा ' अभ्युदय ' नामक समाचार - पत्रों का प्रकाशन किया
।
* 1926 ई
० में उन्होंने ' राष्ट्रवादी दल ' ( नेशनलिस्ट ) पार्टी ) का गठन किया
* 1916 ई
० में उन्होंने बनारस में हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की ।
स्त्रोत - आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 9 - निम्नलिखित
में से वह कौन था , जो वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद् का पहला अध्यक्ष बना ?
( a ) डॉ ० एस ० राधाकृष्णन ( c ) मौलाना अबुल कलाम आजाद
( b ) पण्डित
जवाहरलाल नेहरू ( d ) लाल बहादुर शास्त्री
उत्तर- ( b )
व्याख्या - पण्डित जवाहरलाल नेहरू वैज्ञानिक
एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद् के पहले अध्यक्ष बने ।
* 1942 ई
० में नई दिल्ली में देश की शीर्ष वैज्ञानिक एवं अनुसन्धान संस्था - वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसन्धान
परिषद् ( CSIR ) की स्थापना की गई ।
स्त्रोत - आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 10 - निम्नलिखित में से किसने 1936 ई
० में ' इण्डिपेन्डेन्ट लेबर पार्टी ' की स्थापना की ?
( a ) डॉ० बी०आर० अम्बेडकर ( c ) जगजीवन
राम
( b ) एम
० सी ० राजा ( d ) जय प्रकाश नारायण
उत्तर- ( a ) ) डॉ० बी०आर० अम्बेडकर
व्याख्या - डॉ० बी० आर० अम्बेडकर ने 1936 ई ० में ' इण्डिपेन्डेन्ट लेबर पार्टी की स्थापना की । कालान्तर में ' इण्डिपेन्डेन्ट लेबर पार्टी ' का नाम बदलकर अम्बेडकर ने ' शिड्यूल्ड कास्ट्स फेडरेशन ' रख दिया ।
* 1936 ई
० में बम्बई में हो रहे एक सम्मेलन के दौरान अम्बेडकर ने हिन्दू धर्म छोड़ने की
घोषणा की । अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत करते हुए अम्बेडकर ने सर्वप्रथम ' डिप्रेस्ड क्लासेज ' में सलाहकार के पद पर कार्य किया ।
* दलित वर्ग के एक अन्य नेता वी० आर०शिन्दे
के सहयोग से अम्बेडकर ने '
मूकनायक ' नामक
पत्र का सम्पादन किया । अम्बेडकर को गाँधी द्वारा दलितों को दी गई उपाधि ' हरिजन ' पर आपत्ति थी ।
* कांग्रेस के घोर आलोचक अम्बेडकर ने 1939 ई ० के जिन्ना के साथ ' मुक्ति दिवस ' मनाने में हिस्सा लिया ।
* 1942 ई
० में गाँधी के भारत छोड़ो आन्दोलन को अम्बेडकर ने ' मूर्खतापूर्ण कदम ' बताया
।
* 1945 ई
० में अम्बेडकर ने पीपुल्स एजूकेशन सोसाइटी की स्थापना की ।
* स्वतन्त्र भारत के प्रथम मन्त्रिमण्डल
में अम्बेडकर विधि मन्त्री बने । इन्होंने ' बहिष्कृत
भारत ' नामक पत्रिका का सम्पादन किया ।
* अम्बेडकर द्वारा लिखी कुछ प्रमुख
पुस्तकें ‘ एनिहिलेशन ऑफ कास्ट्स ’ ‘द बुद्ध एण्ड हिज धम्म ’ हूवर द शूद्र , द अनटचेबल हैं
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 11 - अप्रैल
, 1936 में कांग्रेस के लखनऊ सत्र में अखिल
भारतीय किसान सभा की स्थापना के समय निम्नलिखित में से कौन - सा इसका प्रथम
अध्यक्ष चुना गया ?
( a ) एन०जी०रंगा ( c ) स्वामी
सहजानन्द सरस्वती
( b ) नरेन्द्र
देव (d ) ई०एम०एस०
नम्बूदरीपाद
उत्तर- ( c ) स्वामी सहजानन्द सरस्वती
व्याख्या- सविनय अवज्ञा आन्दोलन की समाप्ति के
बाद 11 अप्रैल , 1936 को लखनऊ में ' अखिल भारतीय किसान सभा ' की
स्थापना की गई । प्रथम अखिल भारतीय किसान सभा की अध्यक्षता स्वामी सहजानन्द
सरस्वती ने की ।
* 1929 ई
० में स्वामी सहजानन्द सरस्वती ने ' बिहार
किसान सभा ' की स्थापना की ।
* आन्ध्र प्रदेश किसान आन्दोलन के अग्रणी
नेता एन०सी०रंगा को किसान सभा का महासचिव नियुक्त किया गया । अखिल भारतीय किसान
सभा को पं ० जवाहरलाल नेहरू ने भी सम्बोधित किया था ।
* बंगाल में टेनेसी एक्ट को लेकर अकरम
खाँ , अब्दुर्रहीम , फजलुलहक के प्रयासों से 1929 ई में कृषक प्रजापार्टी की स्थापना
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
प्रश्न 12 - निम्नलिखित
में से किसने भारत के बाहर इंग्लैण्ड में क्रान्तिकारी गतिविधियों के एक आरम्भिक
केन्द्र के रूप में इण्डियन होमरूल सोसाइटी की शुरूआत की ?
( a ) भीकाजी कामा ( c ) रास
बिहारी बोस
( b ) दादाभाई
नौरोजी ( d ) श्यामजी
कृष्ण वर्मा
उत्तर- ( d ) श्यामजी कृष्ण वर्मा
व्याख्या - श्यामजी कृष्ण वर्मा ने भारत के
बाहर इंग्लैण्ड में क्रान्तिकारी गतिविधियों के एक आरम्भिक केन्द्र के रूप में ' इण्डियन होमरूल सोसाइटी ' की शुरूआत की । श्यामजी कृष्ण वर्मा 1897 ई० में लन्दन में बस गए थे । उनके पास
क्रान्तिकारियों का एक समूह था जिनमें वी ० डी ० सावरकर , लाला हरदयाल और मदनलाल धींगरा प्रमुख
थे ।
* श्यामजी कृष्ण वर्मा ने भारत के लिए
स्वशासन की प्राप्ति के उद्देश्य से इण्डिया होमरूल सोसाइटी की स्थापना की थी ।
इसकी स्थापना ब्रिटेन साम्राज्यवादी नेता हिडमैन के सुझाव पर की गई ।
* श्यामजी कृष्ण वर्मा ने एक पत्र ' इण्डियन सोशियोलॉजिस्ट ' निकालना प्रारम्भ किया । श्यामजी कृष्ण
वर्मा ने लन्दन में भारतीयों के लिए ' इण्डिया
हाउस ' नामक हॉस्टल की स्थापना की ।
* श्यामजी लन्दन छोड़कर पेरिस में बस गए
और इण्डिया हाउस का राजनीतिक नेतृत्व वी० डी० सावरकर ने सम्भाला । 10 मई , 1908 ई ० को इण्डिया हाउस में गदर दिवस मनाया गया ।
स्त्रोत - आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
ग्रोवर
प्रश्न 13 - 1906 ई ० में स्वराज को राष्ट्रीय आन्दोलन का
लक्ष्य घोषित करने वाला ,
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष
निम्नलिखित में कौन था ?
( a ) दादाभाई नौरोजी (b ) पी
० आनन्द चारुलू
(c ) जी ० के ० गोखले ( d ) बी
० जी ० तिलक
उत्तर- ( a ) ) दादाभाई नौरोजी
व्याख्या - 1906 ई ० में स्वराज्य को राष्ट्रीय आन्दोलन का लक्ष्य घोषित करने वाले , भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष
दादाभाई नौरोजी थे । इसके अतिरिक्त वे 1886 ई
० में कलकत्ता अधिवेशन ,
1893 ई ० के लाहौर
अधिवेशन के अध्यक्ष भी रहे ।
* इनका जन्म 4 सितम्बर , .1825 ई ० को एक निर्धन परिवार में हुआ था ।
इन्होने कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की । बाद में कुछ वर्षों तक यहीं पर अध्यापन
भी किया । 1853 ई ० में बाम्बे एसोसिएशन ' की स्थापना की ।
* 1867 ई ० में अपने मित्र के सहयोग से लन्दन
में ' इण्डियन एसोसिएशन ' एवं ' ईस्ट इण्डिया एसोसिएशन ' की
स्थापना की । ये इंग्लैण्ड की संसद के निचले सदन ' हाउस ऑफ कॉमन्स ' के
सदस्य भी चुने गए ।
* 1892 ई० से 1895 ई० तक उन्हीं के प्रयासों से आई ० सी ० एस ० की परीक्षा भारत व
इंग्लैण्ड में एक साथ कराने की सिफारिश की गई । ' पॉवटी एण्ड
अनब्रिटिश रूल इन इण्डिया ' इनकी प्रसिद्ध पुस्तक है । 1866 ई ० में इन्होंने ' रफ्त
गोफ्तार ' नामक गुजराती पत्र का प्रकाशन किया ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास- यशपाल एवं प्रोवर
प्रश्न 13 - निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
1. फिरोजशाह मेहता बॉम्बे प्रेसीडेन्सी एसोसिएशन के संस्थापकों में से
एक थे ।
2. जब 1901 ई ० में फिरोजशाह मेहता इम्पीरियल
लेजिस्लेटिव काउन्सिल से निवृत्त हुए तब उनके स्थान पर जी ० के ० गोखले को चुना
गया ।
उपरोक्त में से कौन - सा / से कथन सही
है / हैं ?
( a ) केवल 1 ( c ) 1 और 2 दोनों
( b ) केवल
2 ( d ) न तो 1 और न ही 2
उत्तर- ( c ) 1 और 2 दोनों
व्याख्या— बॉम्बे प्रेसीडेन्सी एसोसिएशन की
स्थापना 1885 ई ० में फिरोजशाह मेहता , बदरुद्दीन तैयबजी एवं तैलंग आदि के
प्रयासों से हुई थी । इस संस्था का उद्देश्य भारत में सिविल सर्विस परीक्षा को
आयोजित कराना एवं सरकारी पदों पर भारतीयों की नियुक्ति कराना था ।
* बम्बई प्रेसीडेन्सी एसोसिएशन को पहले ' बॉम्बे एसोसिएशन ' के नाम से जाना जाता था , जिसकी स्थापना 1852 ई ० में दादाभाई नौरोजी ने की थी ।
* जब 1901 ई ० में फिरोजशाह मेहता इम्पीरियल लेजिस्लेटिव काउन्सिल से निवृत्त
हुए तब उनके स्थान पर जी० के० गोखले को चुना गया ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
ग्रोवर
प्रश्न 15 - निम्नलिखित
में से किसके विरुद्ध महात्मा गाँधी का सत्याग्रह के लिए आह्वान , उनका अखिल भारतीय संघर्ष के नेतृत्व का
सर्वप्रथम प्रयास था ?
( a ) पब्लिक सेफ्टी बिल
( b ) रौलेट
एक्ट
( c ) 1919 का भारत सरकार अधिनियम
( d ) ट्रेड
विवाद अधिनियम ( ट्रेड डिस्प्यूट्स एक्ट )
उत्तर- ( b ) रौलेट एक्ट
व्याख्या - रौलेट एक्ट के विरुद्ध महात्मा
गाँधी का सत्याग्रह के लिए आह्वान , उनका
अखिल भारतीय संघर्ष के नेतृत्व का सर्वप्रथम प्रयास था । भारत में क्रान्तिकारियों
के प्रभाव को समाप्त करने के लिए ब्रिटिश सरकार ने 1917 ई ० में सर सिडनी रौलेट की अध्यक्षता में एक कमेटी नियुक्त की रौलेट
एक्ट लागू करने का मुख्य कारण यह था कि भारत रक्षा कानून की अवधि समाप्त होने को
थी ।
* कमेटी द्वारा दिये गए सुझावों के आधार
पर केन्द्रीय विधानमण्डल में फरवरी , 1919 ई ० में दो विधेयक लाए गए जिनमें एक तो वापस ले लिया गया परन्तु
दूसरे ' क्रान्तिकारी एवं अराजकतावादी अधिनियम
को 18 मार्च , 1919 को पारित कर दिया गया । इसकी
अवधि तीन वर्ष रखी गई । इसे ही रौलेट एक्ट या काला कानून के नाम से जाना जाता है ।
* रौलेट अधिनियम के द्वारा अंग्रेजी
सरकार जिसको चाहे जब तक चाहे , बिना
मुकदमा चलाए जेल में बन्द रख सकती थी , इसलिए
इस कानून को ' काला कानून ' या ' बिना वकील ,
बिना अपील , बिना दलील का कानून ' कहा ।
* 6 अप्रैल
, 1919 को गाँधी जी के अनुरोध पर देशभर में
हड़तालों का आयोजन किया गया । उन्होंने ' सत्याग्रह
सभा ' की स्थापना भी की । दिल्ली में ' स्वामी श्रद्धानन्द ' ने इस आन्दोलन की बागडोर सम्भाली ।
* स्वामी श्रद्धानन्द एवं डॉ ० सत्यपाल
के निमन्त्रण पर महात्मा गाँधी पंजाब की ओर चले । परन्तु मार्ग में ही 8 अप्रैल , 1919 ई ० को उन्हें हरियाणा के ' पलवल
' नामक स्थान पर गिरफ्तार कर बम्बई भेज
दिया गया ।
स्त्रोत- आधुनिक भारत का इतिहास - यशपाल एवं
प्रोवर
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