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संविधान के प्रारूप समिति में सदस्य - Bharat ka sanvidhan GK trick

संविधान के प्रारूप समिति में सदस्य - Bharat ka sanvidhan GK trick
संविधान के प्रारूप समिति में सदस्य - Bharat ka sanvidhan :GK TRICK

भारत का संविधान Topic  से  Exam में  प्रश्न पूछे जाते  हैं यह Constitution of India   का बहुत ही Important Topic है इस Article में  Bharat ka sanvidhan  के महत्वपूर्ण तथ्य  संविधान के प्रारूप समिति में सदस्य    को Tricks द्वारा समझाया  गया है  |

इसमें मैंने  कविता  के माध्यम से  प्रारूप समिति के सदस्यों को याद कराया है  | ये एक बार में ही याद हो जाएगा | कविता द्वारा बना ट्रिक आपको अच्छा लगेगा और दोहे तथा चौपाई जैसा प्रतीत होगा |
  जो  Students  Civil Services , UPPCS, Railway, Bank, SSC, UPSSSC, TET, CTET, POLICE, तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यह  Topic बहुत ही महत्वपूर्ण हैं  आशा करता हूँ कि ये  Tricks सभी Students के लिए बहुत ही लाभदायक सिद्ध  होगा 

संविधान के प्रारूप समिति में सदस्य 

बी. एन. राव द्वारा किए गए संविधान के प्रारूप पर विचार-विमर्श करने के लिए संविधान सभा द्वारा 29 अगस्त, 1947 को एक संकल्प पारित करके प्रारूप समिति का गठन किया गया तथा इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ भीमराव अम्बेडकर को चुना गया. प्रारूप समिति के सदस्यों की संख्या सात थी, जो इस प्रकार है:
डॉ. भीमराव अम्बेडकर (अध्यक्ष) , एन. माधव राव , अल्लादी कृष्णा स्वामी अय्यर,  एन. गोपाल स्वामी आयंगर,  कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी,  सैय्यद मोहम्मद सादुल्ला ,  डी. पी. खेतान

TRICK :

        "  माधव  कृष्ण गोपाल कन्हैया 
           शादी  कर लो खेत में भैया  "

Explaination :

माधव     -  एन. माधव राव
कृष्ण      -  अल्लादी कृष्णा स्वामी अय्यर
गोपाल    -  एन. गोपाल स्वामी आयंगर
कन्हैया   -  कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी
शादी       -  सैय्यद मोहम्मद सादुल्ला
खेत       -  डी. पी. खेता
भैया        -  भीमराव अम्बेडकर



भारत का संविधान Topic  से Exam में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण तथ्य 

संविधान सभा में अम्बेडकर का निर्वाचन पश्चिम बंगाल से हुआ था.

9 दिसंबर, 1946 ई० को संविधान सभा की प्रथम बैठक नई दिल्ली स्थित काउंसिल चैम्बर के पुस्तकालय भवन में हुई.

संविधान सभा के सबसे बुजुर्ग सदस्य डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा को सभा का अस्थायी अध्‍यक्ष चुना गया.

मुस्लिम लीग ने बैठक का बहिष्‍कार किया और पाकिस्तान के लिए बिलकुल अलग संविधान सभा की मांग प्रारम्भ कर दी.

हैदराबाद एक ऐसी रियासत थी, जिसके प्रतिनिधि संविधान सभा में सम्मिलित नहीं हुए थे.

संविधान सभा के सदस्यों में अनुसूचित जनजाति के सदस्यों की संख्या 33 थी.

संविधान सभा में महिला सदस्यों की संख्या 12 थी.

11 दिसंबर, 1946 ई. को डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष निर्वाचित हुए.

संविधान सभा की कार्यवाही 13 दिसंबर, 1946 ई. को जवाहर लाल नेहरू द्वारा पेश किए गए उद्देश्य प्रस्‍ताव के साथ प्रारम्भ हुई.

संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल 2 वर्ष, 11 महीना और 18 दिन लगे. इस कार्य पर लगभग 6.4 करोड़ रुपये खर्च हुए.

संविधान के प्रारूप पर कुल 114 दिन बहस हुई.

संविधान को जब 26 नवंबर, 1949 ई० को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया, तब इसमें कुल 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं. वर्तमान समय में संविधान में 25 भाग, 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां हैं.

संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी, 1950 ई० को हुई और उसी दिन संविधान सभा के द्वारा डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुना गया.



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