कोसी नदी |
- Written by : Arvind Kushwahaनमस्कार दोस्तों , AKWEBCLASS में आपका स्वागत है | इस Article में हम " कोसी नदी " के बारे में जानेगे |Geography के अंतर्गत " कोसी नदी " बहुत महत्वपूर्ण Topic है जो Competitive exam में कई बार पूछे जाते हैं | जो Students Civil services, Railway, Bank, SSC, UPSSSC, Police, Army, UPTET, CTET, Group C, Group D तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है उनके लिए यह Article अति उपयोगी सिद्ध होंगे |
- कोसी नदी नेपाल की हिमालय से निकलती है उसके बाद बिहार में भीम नगर के रास्ते से वह भारत में प्रवेश करती है |
- इससे आने वाली बाढ़ के कारण इसे बिहार में बहुत तबाही होती है इसी कारण इसको बिहार का शोक कहा जाता है |
- कोसी नदी अपने साथ बहुत ही उपजाऊ मिट्टी लेकर आती है |
- इस नदी पर नेपाल और भारत दोनों ही बांध बना चुके हैं |
- बिहार के मिथिला क्षेत्र की संस्कृति का पालन कोसी नदी करती है |
- कोसी नदी के आसपास के क्षेत्रों को इसी के नाम से जाना जाता है |
- पुराणों के अनुसार विश्वामित्र को इसी नदी के किनारे ऋषि का दर्जा प्राप्त हुआ था |
- सात धाराओं से मिलकर सप्तकोशी नदी बनती है जिसे स्थानीय रूप से कोशी कहा जाता है |
- काठमांडू से एवरेस्ट की चढ़ाई पर बहाव करते समय कोशी नदी में 4 नदियां मिलती है |
- नेपाल के खड़कपुर में कोसी की दो सहायक नदियां दूध कोसी और सनकोशी मिलती है सनकोशी अरुण प्रज्वल तमर नदियों के साथ त्रिवेणी में मिलती है इसके बाद कोसी नदी को सप्तनदी कहा जाता है |
- इसके बाद यह नदी तराई क्षेत्र में बहाव करती है |
- इसकी सहायक नदियां एवरेस्ट की चारों ओर से आकर के कोसी नदी में मिलती है |
- भीम नगर के निकट से कोसी नदी भारतीय सीमा में प्रवेश करती है |
- इसके बाद यह कुर्सेला के पास गंगा में आकर मिल जाती है |
- कोसी नदी पर भारत और नेपाल की सीमा पर बांध बनाया गया है |
- कोसी नदी के पानी को नियंत्रित करने के लिए 52 द्वार बनाए गए हैं इसका नियंत्रण भारतीय अधिकारी करते हैं |
- कोसी नदी गंगा की सहायक नदियों में से एक है |