USEFUL FOR COMPETITIVE EXAM ( NOTES-2 ) |
व्यक्तिगत सत्याग्रह:
मुस्लिम लीग:
* काग्रेस कार्यकारिणी ने 11 अक्टूबर 1940 को व्यक्तिगत सत्याग्रह
करने का निश्चय किया था । 17 अक्टूबर , 1940 को व्यक्तिगत सत्याग्रह शुरू हुआ ।
* पहले सत्याग्रही आचार्य
विनोबा भावे थे ।
* दूसरे सत्याग्रही जवाहर
लाल नेहरू थे ।
* इसके बाद दिसम्बर 1941 तक इस आंदोलन के चार चरण सामने आये ।
* पहले चरण में चुने हुए
व्यक्तियों से सत्याग्रह करने को कहा गया ।
* दूसरे चरण में नवम्बर से
जनवरी के प्रारंभ तक जिसमें कांग्रेस कार्यकारिणी , अखिल भारतीय
कांग्रेस समिति तथा केन्द्रीय और प्रांतीय विधान परिषदों के सदस्यों को चुना गया ।
* आंदोलन के तीसरे चरण में
लगभग 2200 लोग जेल गये ।
* अंतिम चरण में अधिक से अधिक सत्याग्रही जेल भेजे गये ।
स्रोत - भारतीय इतिहास , वी० के० अग्निहोत्री
* 30 दिसम्बर ,1906 को ढाका में नवाब वकार -
उल - मुल्क की अध्यक्षता में ' आल इण्डिया मुस्लिम लीग ' बनाने का निर्णय लिया गया
। लीग का संविधान तैयार करने के लिए कमेटी का गठन किया गया ।
* मुस्लिम लीग का पहला
अधिवेशन दिसम्बर 1908 में अमृतसर में हुआ ।
* इस अधिवेशन की अध्यक्षता
सर सैयद इमाम ने की थी ।
* इस अधिवेशन में आगा खां
को स्थायी अध्यक्ष बनाया गया जिस पर वह 1913 तक रहे ।
स्रोत - भारतीय इतिहास , वी० के० अग्निहोत्री
* बंकिम चन्द्र चटर्जी
द्वारा रचित ' आनन्दमठ ' को बंगाली देशभक्ति की बाइबिल माना जाता है
भारतीय राष्ट्रीय
कांग्रेस:
* भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
का प्रथम अधिवेशन 28 दिसंबर 1885 को बम्बई में ग्वालियर
टैंक स्थित गोकुल दास तेजपाल संस्कृत कालेज में सम्पन्न हुआ जिसकी अध्यक्षता व्योमेश चन्द्र बनर्जी ने की थी ।
* इसके प्रथम मुस्लिम
अध्यक्ष बदरूददीन तैयब जी थे ।
इंकलाब जिन्दाबाद:
* मु० इकबाल ने अपनी पुस्तक
बंग - ए - दरी में पहली बार इन्कलाब शब्द
का प्रयोग किया |
* परन्तु इस नारे को
भगतसिंह ने इकलाब जिन्दाबाद कह कर लोकप्रिय
बनाया ।
स्रोत - आधुनिक भारत , डॉ० एस० के० गुप्ता
चौरी – चौरा काण्ड :
* 5 फरवरी ,1922 को गोरखपुर जिले के चौरी - चौरा कस्बे में भगवान अहीर के
नेतृत्व में असहयोग आदोलन का जुलूस निकल
रहा था ।
* पुलिस की बर्बरतापूर्ण
पिटाई के फलस्वरूप उग्र जनता ने पुलिस थाने को अग्नि के हवाले कर दिया जिसमें 22 पुलिस वाले जिंदा भस्म
हो गये ।
* यह गांधीवादी रणनीति के
अहिंसा वाले सिद्धांत पर एक गहरी चोट थी फलस्वरूप गांधी जी ने क्षुब्ध होकर 12 फरवरी , 1922 को कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में आंदोलन को स्थगित
करवा दिया ।
स्रोत - भारत का
स्वतंत्रता संघर्ष , विपिन चन्द्र
गांधी जी को उपाधि :
* गांधी जी के लिए
राष्ट्रपिता सम्बोधन का प्रथम प्रयोग सुभाष चन्द्र बोस ने किया था ।
* 6 जुलाई ,1944 को सुभाष चन्द्र बोस ने
आजाद हिन्द रेडियो पर बोलते हुए गांधी जी
को सम्बोधित किया " भारत की स्वाधीनता का आखिरी युद्ध शुरू हो चुका है , राष्ट्रपिता भारत की मुक्ति के इस पवित्र युद्ध में हम आपका आशीर्वाद एवं
शुभकामना चाहते हैं ।
* गांधी जी को महात्मा की
उपाधि रवीन्द्रनाथ टैगोर ने दी थी ।
स्रोत - भारत का स्वतंत्रता संघर्ष
दादा भाई नौरोजी:
* अंग्रेजों के शासनकाल में
भारत के आर्थिक दोहन के सिद्धान्त का प्रतिपादन दादा भाई नौरोजी ने किया था ।
* दादा भाई नौरोजी ने
अंग्रेजी राज्य की शोषक नीतियों का अनावरण किया और कहा कि अंग्रेजी राज्य भारत को
दिन - प्रतिदिन लूटने में लगा है जिसके कारण भारत - निर्धन देश बनता जा रहा है
* अपनी महत्वपूर्ण पुस्तक (
Indian Poverty and Un - British Rule in
India,1901 ) में उन्होंने
तथ्यों से अपने कथन को सिद्ध किया ।
स्रोत - भारतीय इतिहास , वी० के० अग्निहोत्री
भारत में रेल लाइन:
* भारत में प्रथम रेल लाइन
बम्बई एवं थाणे के मध्य 1853 ई में डलहौजी के शासनकाल में प्रारम्भ किया गया ।
* इसकी कुल लम्बाई 34 किमी थी ।
* अगले वर्ष ( 1854 ) कोलकाता में रानीगंज कोयला क्षेत्र तक एक लाइन बिछा दी गई ।
बाल गंगाधर तिलक:
* बाल गंगाधर तिलक
राष्ट्रवादी राजनीतिक पुरूष थे ।
* अपने उद्देश्य के लिए
उन्होंने गणेश पूजा 1893 में तथा शिवाजी उत्सव 1895 में प्रारंभ किया ।
इस प्रकार वे जनमानस के जागरण का प्रयास करते थे ।
स्रोत - भारतीय इतिहास , वी० के० अग्निहोत्री
भारतीय राष्ट्रीय
काँग्रेस:
* काँग्रेस पार्टी की
स्थापना के बारे में प्रथम बार मद्रास के समाचार पत्र हिंदू में घोषणा हुई थी ।
* जब भारत में भारतीय
राष्ट्रीय काँग्रेस द्वारा भारत छोड़ो आन्दोलन पारित किया गया तो उस समय काँग्रेस के अध्यक्ष अबुल कलाम आजाद थे ।
* गांधी जी काँग्रेस के
अध्यक्ष 1924 में थें |
* जवाहर लाल नेहरू काँग्रेस के अध्यक्ष 1929 , 196 , 197 मे तीन बार बने |
* सरदार पटेल काँग्रेस के
अध्यक्ष 1931 ई . में बने |
* मौलाना अबुल कलाम आजाद 1940 से 1946 तक काँग्रेस के अध्यक्ष रहे ।
वर्ष
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स्थान
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अध्यक्ष
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1885
|
बम्बई
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व्योमेश चन्द्र बनर्जी
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1886
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कलकत्ता
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दादा भाई नौरोजी
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1887
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मद्रास
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बदरूददीन तैयब जी
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1888
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इलाहाबाद
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जार्ज यूल
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1889
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बम्बई
|
सर विलियम वेडरबर्न
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1890
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कलकत्ता
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फीरोजशाह मेहता
|
गांधी - इरविन समझौता:
* गांधी - इरविन समझौता 5 मार्च , 1931 को हुआ था । इसे दिल्ली
समझौता भी कहते हैं ।
* दरअसल सविनय अवज्ञा
आन्दोलन की तीव्रता और प्रथम गोलमेज सम्मेलन की असफलता से ब्रिटिश सरकार यह भलीभांति जान चुकी थी कि काँग्रेस का सहयोग जरूरी हैं । इस कारण
उसने तेज बहादुर सप्रू और डॉ० जयकर को
काँग्रेस एवं सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए बुलाया ।
* वायसराय लार्ड इरविन और
महात्मा गांधी के बीच 17 फरवरी, 1931 को वार्ता शुरू हुई । अंततः 5 मार्च 1931 को यह समझौता हुआ ।
स्रोत - भारत का
स्वतंत्रता संघर्ष , विपिन चन्द्र
काँग्रेस का लाहौर
अधिवेशन – 1929:
* दिसम्बर 1929 में लाहौर में काँग्रेस का वार्षिक अधिवेशन हुआ जिसके
अध्यक्ष जवाहर लाल नेहरू थे ।
* इस ऐतिहासिक अधिवेशन में
कांग्रेस ने पूर्ण स्वाधीनता का प्रस्ताव पास किया ।
* इसी अधिवेशन में कांग्रेस
की कार्यकारिणी को यह भी अधिकार दिया गया कि वह जब भी उचित समझे ' सविनय अवज्ञा और ' कर बंदी ' का आन्दोलन चला सकती है ।
स्रोत - भारत का
स्वतंत्रता संघर्ष , विपिन चन्द्र
साइमन कमीशन:
* साइमन कमीशन की घोषणा 8 नवम्बर , 1927 को वायसराय लार्ड इरविन
ने की थी ।
* कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत ( बम्बई )
पहुंचा था ।
* कमीशन का उद्देश्य यह पता
लगाना कि 1919 के सुधारों के अनुसार
भारतीय शासन व्यवस्था किस तरह काम कर रही
है तथा भारत में शिक्षा की वृद्धि और प्रशासनिक संस्थाओं का विकास कितना हुआ है । साथ ही इसको यह भी सुझाव देना था कि उत्तरदायित्व
का सिद्धांत कहाँ तक लागू करना उचित होगा
।
स्रोत - भारत का
स्वतंत्रता संघर्ष , विपिन चन्द्र
पूना समझौता:
* पूना समझौता 26 सितम्बर , 1932 को
महात्मा गांधी एवं भीमराव
अम्बेडकर के मध्य सम्पन्न
हुआ ।
* इसके अनुसार हरिजनों के
लिए पृथक् निर्वाचन पद्धति को त्याग दिया गया तथा प्रांतीय विधान मण्डलों में
सुरक्षित स्थानों को 71 से बढाकर 148 कर दिया गया ।
* केन्द्रीय विधान मण्डल के
हरिजनों को संयुक्त चुनाव पद्धति के आधार पर प्रतिनिधित्व दिया गया । अब उन्हें 18 प्रतिशत स्थान दिया गया
।
* हरिजनों के लिए संस्थाओं
तथा सरकारी नौकरियों में आरक्षण का
प्रावधान भी किया गया ।
स्रोत - आधुनिक भारत , N . C. T . . E . R
हिन्दुस्तान सोशलिस्ट
रिपब्लिकन पार्टी:
* हिन्दुस्तान सोशलिस्ट
रिपब्लिकन पार्टी की स्थापना 10 सितम्बर , 1928 को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला ग्राउण्ड में भगत सिंह , भगवती चरण वोहरा , चन्द्र शेखर आजाद , जैसे युवाओं ने आजाद के
नेतृत्व में की |
स्रोत - भारत का
स्वतंत्रता संघर्ष , विपिन चन्द्र
अरविन्द घोष:
* प्रसिद्ध दार्शनिक व
राजनीतिज्ञ अरविन्द घोष 1906 में राजनीति में प्रवेश
किया और उन्होंने राजनीतिक आन्दोलन में
सक्रिय भूमिका निभाई ।
* वह ' वन्देमातरम् ' पत्रिका के प्रथम सम्पादक
थे ।
* इनकी प्रसिद्ध रचनाएं ' लाइफ डिवाइन ' , एसेज आन गीता , मोर लाइट आन योगा , ईश उपनिषद ' द फाउण्डेशन आफ इण्डियन कल्चर आदि है |
स्रोत - आधुनिक भारत , N . C . E . R . T