*

What is Dry Ice



सूखी बर्फ क्या होती है ?  

  • आमतौर पर जब बर्फ की बात चलती है , तब हमारे दिमाग में दो प्रकार की बर्फ  आती है - एक तो वह जो पानी को शुन्य डिग्री सेल्सियस पर जमाकर सिल्लियों के रूप में बाजार में बिकती है और दूसरी वह जो जाड़ों के मौसम में पहाड़ों पर गिरती है । ये दोनों ही प्रकार की बर्फ पानी से बनती हैं । क्या आप जानते हो कि तीसरे प्रकार की बर्फ भी होती है , जिसे सुखी बर्फ ( Dry Ice ) कहते हैं । 
  • यह सूखी बर्फ पानी से नहीं बनाई जाती , बल्कि कार्बन डाइऑक्साइड  गैस से बनाई जाती है । यह इतनी ठंडी होती है कि हाथ से पकडने पर त्वचा को गला  देती है । | सुखी बर्फ को ठोस कार्बन डाइऑक्साइड ( Solid  Carbondioxide ) कहते हैं । सामान्य रूप में कार्बन डाइऑक्साइड गैस अवस्था में रहती है , लेकिन जब गैस को सामान्य दबाव से पांच गुने या अधिक दबाव पर दबाते हैं और साथ ही तापमान कम करते जाते हैं , तब यह गैस सिकुड कर ठोस अवस्था को प्राप्त कर लेती है । यह पानी की बर्फ की तरह जम जाती है । कार्बन डाइऑक्साइड की इस अवस्था को सुखी बर्फ का नाम दिया गया है । 
  • यह बहुत  ठंडी होती है । इसका तापमान - 110 . 20 फारेनहाइट होता है । इस बर्फ की यह विशेषता होती है कि यह पिघलने  पर तरल अवस्था में नहीं आती , बल्कि सीधे ही गैस बनकर उड़ जाती है । ठोस अवस्था में यह केक जैसे टुकड़ों के रूप में होती है और वायुमंडल में आने पर गैस बन जाती है । इस बर्फ का वज़न अधिक होता है । 1000 क्यूबिक इंच सूखी बर्फ के टुकड़े का भार लगभग 20 किलोग्राम होता है | 
  • सूखी बर्फ का प्रयोग बहुत से कामों में होता है । निम्न तापमान ( Low temperature ) पैदा करने के लिए वैज्ञानिक इसे अनुसंधान कार्यों में प्रयोग में लाते हैं । मांस { Meat ) और आइसक्रीम जैसी वस्तुओं को खराब होने से बचाने के लिए सूखी बर्फ में रखकर पानी के जहाज वाष्पमय द्वारा दूर देशों तक भेजा जाता है । कमरों को ठंडा रखने के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है । इसका उपयोग टेलीविजन , फिल्म और रंगमंचीय नाटकों में कुहरा और भाप के प्रभावों को पैदा करने के लिए  भी किया जाता है , क्योंकि यह साधारण तापक्रम पर शीघ्र ही गैस के रूप में बदलने लगती है ।




कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें