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Hypnosis



  सम्मोहन क्या है
  • सम्मोहन क्या है ? सम्मोहन एक ऐसा विज्ञान है जिसके द्वारा किसी भी व्यक्ति की मानसिक स्थिति को इस प्रकार परिवर्तित कर दिया जाता है कि वह सम्मोहनकर्ता के सुझावों के अनुसार काम करने लगता है । सम्मोहन प्राचीन भारतीय पद्धति है । सम्मोहन शक्ति का प्रयोग भारतीय प्राचीनकाल से ही करते आए हैं । पहले लोग इसे रहस्य , जादू या चमत्कार दिखाने के लिए प्रयोग में लाते थे , लेकिन आज इसका अध्ययन वैज्ञानिक ढंग से किया जाने लगा है ।
  • इसकी शुरुआत वियना के  फ्रैंज ए . मेस्मर ( Franz A . Mesmer )  ने की थी । इसलिए उन दिनों सम्मोहन को मेस्मेरिज्म ( Mermerism ) कहा जाता था । सम्मोहन के लिए  Hypnotism  शब्द का प्रयोग सबसे पहले सन 1840 में स्कॉटलैंड के एक सर्जन जेम्स ब्रेड ( James Braid ) ने किया था । इस शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के ' हिपनोस ' शब्द से हुई है , जिसका अर्थ है सुप्तावस्था या मोहनिद्रा ।
  • सम्मोहन करने वाला सम्मोहित व्यक्ति से  कुछ भी करवा सकता है ।  वास्तव में सम्मोहित व्यक्ति बहुत हद तक ऐसा  दिखता है , जैसे  नींद में ऊंघने वाला व्यक्ति । उसका मस्तिष्क इस प्रकार से बदल जाता है कि वह किसी भी काम को सम्मोहनकर्ता के कहे अनुसार करने लगता है । सम्मोहन  शक्ति का प्रयोग उसी व्यक्ति पर किया जाता है , जो पूर्ण सहमति और सहयोग से सम्मोहित होना चाहता है ।  व्यक्ति को उसकी इच्छा के विरुद्ध सम्मोहित नहीं किया जा सकता । जिस व्यक्ति को सम्मोहित करना होता है , उसे सम्मोहक एक शांत कमरे में बिठाता है । सम्मोहक अपने रोगी से बड़े शांत स्वर में बार - बार अपने शरीर को ढीला  करने और आराम से बैठने के लिए कहता है , फिर उससे किसी वस्तु पर दृष्टि केंद्रित करने के लिए कहा जाता है । जब वह व्यक्ति वस्तु को काफी देर तक देखता रहता है , तब उसकी आंखें थकने लगती हैं । ऐसी स्थिति आने पर उससे आंखें बंद करने को कहा जाता है । इस समय वह व्यक्ति सोने जैसी अवस्था में आ जाता है । अब सम्मोहक उस व्यक्ति को अपने सुझाव और आदेश देना शुरू करता है । इस अवस्था में वह व्यक्ति सम्मोहित हो जाता है और वह सभी काम करने लगता है , जो सम्मोहक उससे करने के लिए कहता है ।   
  • सम्मोहन क्रिया के द्वारा आदमी को ऐसा महसूस कराया जा सकता है , जैसे वह अंधा , बहरा व गुंगा है । इसके द्वारा कंपकंपाहट महसूस कराई जा सकती है । सम्मोहन द्वारा आदमी का डराया भी जा सकता है और डर से मुक्त भो किया जा सकता है । यहां तक कि सम्मोहित व्यक्ति से ऐसे कार्य कराए जा सकते हैं , जिन्हें वह सामान्य स्थिति में कभी नहीं करेगा । जब व्यक्ति सम्मोहन के प्रभाव से सामान्य अवस्था में आता है , तब वह अपनी कही हुई बातें और किए हुए कामों को बिल्कुल भूल जाता है । सम्मोहन द्वारा मानसिक तनावों और परेशानियों को दूर करके व्यक्ति का विकास भी किया जा सकता है । इससे बेहोशी लाने वाली दवाओं का प्रयोग किए बिना ही व्यक्ति को मूर्छित अवस्था में लाकर उसकी शल्य क्रिया तक की जा सकती है । इसलिए सम्मोहन का प्रयोग रोगियों की चिकित्सा के लिए भी होता है । 
  • व्यक्ति अपने आपको भी सम्मोहित कर सकता  है । इसे आत्मसम्मोहन ( Self Hyponosis ) कहते हैं । सम्मोहन को खेल नहीं समझना चाहिए । अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा सम्मोहन करना खतरनाक हो सकता है ।





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